
कनखल क्षेत्र के एक भाजपा नेता एवं बिल्डर ने नजूल की भूमि को खुर्द-बुर्द करने वाले माफिया और अपने सहयोगी कांग्रेसी पुरोहित की मदद से अवैध रूप से सरकारी संपत्ति खरीद-फरोख्त कर उस पर अपार्टमेंट बनाने का खाका तैयार कर लिया हैं। इसके लिए बकायदा बैंक से लोन लेने की तैयारी भी सत्तारूढ़ दल से जुड़े भाजपा नेता एवं बिल्डर ने शुरू कर दी हैं।
जानकारी के मुताबिक 2015 के शासनादेश के बाद से नजूल भूमि से जुड़ी संपत्तियों की देखरेख का जिम्मा हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के पास हैं और इसी भूमि से संबंधित मामले में जनहित में एक वाद माननीय न्यायालय हरिद्वार में दायर हैं। उसके बावजूद भाजपा पार्षद सरकारी संपत्ति की खरीद-फरोख्त में लगा हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा नेता एवं बिल्डर ने पूर्व में भी नजूल भूमि स्थित भूखण्डों की खरीद-फरोख्त की हुई हैं। चर्चा हैं कि भाजपा नेता एवं बिल्डर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री का वरदहस्त हैं जिसके चलते विभागीय अधिकारी सफेदपोश पर कार्रवाही करने से गुरेज करते आए हैं।
बताते चलें कि सन्यास रोड़ स्थित निवासी चिकित्सक ने फर्जी अभिलेखों के आधार पर कांग्रेस के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष की मिलीभगत से रामकृष्ण मिशन रोड़ पर स्थित नजूल भूमि का बैनामा अपने व अपने परिवारजनों के नाम करा दिया था। जिसे बाद में हरिद्वार सहित बाहर के लोगों के नाम रजिस्ट्री कर दी थी। जिसके कुछ हिस्से में मकान व अपार्टमैंट बने चले आते हैं विभागीय उदासीनता की वजह से शेष जमीन पर खरीद-फरोख्त का खेल चल रहा हैं। हाल ही में चिकित्सक पुत्र व पुत्रवधु ने इस संपत्ति में से 1600 वर्ग फीट भूमि की रजिस्ट्री एक अखाड़े की साध्वी के नाम कर दी थी। जब साध्वी ने खरीद भूमि पर निर्माण किया तो सूचना पर पहुंची हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण की टीम ने मौके पर निर्माण कार्य बंद करा दिया। जब साध्वी को खरीद की गई भूमि नजूल भूमि होने की जानकारी हुई तो उसने चिकित्सक पुत्र व उसकी पुत्रवधु के मायके पहुंच खूब खरी खोटी सुनाई । साध्वी ने जमीन विक्रेता चिकित्सक पुत्र व उसकी पुत्रवधु से जमीन का सौदा कैंसिल करने व उसके पैसे वापिस देने की मांग की थी। जिसके बाद चिकित्सक पुत्र व उसकी पुत्रवधु ने अपने एक रिश्तेदार की मदद से भाजपा नेता एवं बिल्डर से इस नजूल भूमि का सौदा औने-पौने दाम में तय कर साध्वी से भूखण्ड के एवज में ली लाखों की रकम वापिस लौटा अपना पीछा छुड़ाया।
वहीं एचआरडीए अधिकारी नजूल भूमि खरीद-फरोख्त के मामले से फिलहाल बेखबर हैं। बताया जा रहा हैं जल्द ही स्थानीय लोग एचआरडीए के अधिकारियों से मिलकर भाजपा नेता एवं बिल्डर द्वारा नजूल भूमि को खुर्द-बुर्द करने की शिकायत व भाजपा नेता एवं बिल्डर के खिलाफ कार्रवाही की मांग करेंगे।
जिसके बाद देखना होगा कि क्या एचआरडीए के नजूल अनुभाग अधिकारी सरकारी भूमि खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने में सफल हो पाऐंगे या मामला सत्तारूढ़दल नेता एवं बिल्डर से जुड़ा होने के कारण मामले पर पर्दाडाल इतिश्री कर लेंगे।