हरिद्वार। शहर में सरकारी भूमि पर कब्जे का खेल रूकने का नाम नहीं ले रहा हैं । एक सत्तारूढ़ दल से जुड़ा नेता की सांगगांठ से संत बाहुल्य क्षेत्र में करोड़ों के भूखंड पर कब्जा कर लिया गयाहै। बकायदा चाहरदीवारी बना दी गई है और असलहे लेकर गुंडों की फौज भूखंड पर तैनात कर दी गई है।
हालांकि शिकायत मिलने के बाद स्थानीय पुलिस हरकत में अवश्य आई थी और स्थानीय पुलिस ने चाहरदीवारी का कार्य रुकवा भी दिया था। लेकिन अब फिर से मौके पर काम शुरू हो गया है।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार ताजा मामला संत बाहुल्य क्षेत्र की रानी गली का है। जहां क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और भूमाफिया ने रातो-रात एक सरकारी गली पर कब्जा कर लिया हैं । भू-माफिया ने जेसीबी से पहले सीवर लाइन उखाड़ी गई, उसके बाद चाहरदीवारी बनाने का कार्य शुरू हुआ। बताया जा रहा हैं सीवर संस्थान द्वारा सीवर लाइन सरकारी भूमि में डाली गई थी।
बताते है कि एक सत्तारूढ़ दल से जुड़ा नेता की मिलीभगत से यह कब्जा किया जा रहा है। यह जनप्रतिनिधि इस करोड़ों की बेशकिमती भूमि पर काबिज होने में सांझेदार बताया जा रहा है। पूर्व में यह सफेदपोश खाली पड़ी धार्मिक संपत्तियों को कब्जाने के मामलों में भी खासा चर्चा में रहा हैं। भू-माफिया की बात की जाए तो सरकारी सीवर लाइन स्थान की भूमि कब्जाने वाला यह माफिया मेला आरक्षित भूमि के कई हेक्टेयर भाग पर कब्जा जमा चुका हैं। हैरानी की बात यह है कि एक तरफ जहां स्थानीय लोगों की शिकायत शासन-प्रशासन ने आंखे बंद कर चुप्पी साधी हुई है, वहीं दूसरी उधर भूमाफिया सरकारी भूमि पर खुर्द-खुर्द कर अपना कब्जा करने में जुटे है।
स्थानीय नागरिक विरोध कर रहे है लेकिन क्षेत्रीय नेता और भू- माफियाओं की जोड़ी ने असलहे के साथ असमाजिक तत्वों की फौज मौके पर जुटा रखी है। जिस कारणवश क्षेत्र के लोगों में भय का महौल बना हुआ हैं। नाम न छापने की शर्त पर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना हैं कि खुलेआम असलहे दिखाए और लहराए जा रहे हैं। इस खाली पड़े भूखण्ड पर स्थानीय सफेदपोश की कई दिनों से निगाह गड़ी हुई थी।
बताया जा रहा हैं किशिकायत मिलने पर कोतवाली नगर पुलिस एक्शन में आई थी और नगर कोतवाल के निर्देश पर सप्तऋषि चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंच कर चाहरदीवारी का कार्य रूकवाया था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही असलहों से लैस गुंडे फरार होने में कामयाब हो गए थे।
स्थानीय नेता और भू-माफिया के हौंसले बुलन्दी पर हैं। दो दिन काम बंद होने के बाद अब सांठगांठ के चलते फिर से मौके पर मजदूरों ने कार्य शुरू कर दिया हैं। कुछ सामाजिक संगठनों मामले की शिकायत प्रशासन से किए जाने की बात कही हैं। अब देखना होगा कि मामला प्रशासन के सामने जाने पर सफेदपोश और भू-माफिया पर क्या कार्रवाही होती हैं।