समान नागरिक संहिता कानून के समर्थन में संतों ने किया सांकेतिक उपवास

हरिद्वार

जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि जी महाराज ने भारत सरकार के समान नागरिक संहिता कानून का समर्थन किया ।

सोमवार को हरकी पैड़ी पर देश में समान नागरिकता संहिता कानून लागू करने के समर्थन में संतों ने एक दिवसीय सांकेतिक उपवास किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी स्वामी यतीन्द्रानंद गिरी महाराज ने सम्मान नागरिक संहिता कानून, यूसीसी को पूरे देश में शीघ्र लागू करने की एक स्वर में मांग की।

म.म. स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। मोदी सरकार के आने के बाद देश का चहुमुंखी विकास हो रहा है। संतों के आशीर्वाद से पीएम मोदी लम्बे समय तक देश पर राज करेंगे।

प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महंत स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश महाराज ने कहा कि देश में अलग-अलग सम्प्रदायों के लिए अलग-अलग कानून हैं। जब देश सबके लिए एक है और देश में रहने वाले एक हैं तो सभी के लिए कानून भी एक ही होना चाहिए। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि तत्काल यूसीसी को लागू किया जाए। जिससे देश में समानता का भाव बन सके।

पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि यूसीसी के बाद जनसंख्या नियंत्रण कानून भी लागू किया जाना चाहिए। जिसके दो बच्चों से अधिक हों उनकी सारी सरकारी सुविधाएं समाप्त होनी चाहिए।

विहिप की साध्वी प्राची ने यूसीसी को देश में शीघ्र लागू करने की मांग करते हुए उत्तराखण्ड सरकार के मुखिया पुष्कर सिंह धामी की प्रशंसा की। उन्होंने कहाकि सीएम धामी ने इस कानून को लागू करने की पहल कर सराहनीय कार्य किया है। अब केन्द्र सरकार को भी इसे शीघ्र पारित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को मोदी सरकार ही पूरा कर सकती है। बाबा हठयोगी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस मौके पर महामण्डलेश्वर अननंतानंद महाराज, राम मुनि, स्वामी ऋषिश्वरानदं, स्वमी हरिचेतनानंद, बाबा हठयोगी, बलराम मुनि, महंत विष्णु दास, महंत प्रेमानंद, भरत मुनि, स्वामी रविदेव शास्त्री, योगी श्रद्धानाथ, गंगा सभा के अध्यक्ष पं नितिन गौतम, समाज सेवी जगदीश लाल पाहवा, डॉ विशाल गर्ग, विश्वास सक्सेना सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

संतों का सांकेतिक उपवासआगामी लोकसभा चुनाव 2024 में हरिद्वार सीट से संत को टिकट देने की मांग

समान नागरिकता संहिता कानून लागू करने के समर्थन में संतों के एक दिवसीय सांकेतिक उपवास के दौरान संतों के मन की बात भी मुंह पर आ गई। संतों ने सांकेतिक उपवास के बीच हरिद्वार लोक सभा सीट पर संत को टिकट देने की मांग भी उठा दी हैं। संत को टिकट देने की मांग लम्बे समय से उठ रही हैं और संत को टिकट देने के पक्ष में महौल बनाया जा रहा हैं। पिछले 10 सालों से हरिद्वार के सांसद की स्थिति-परिस्थिति से भी संत भलिभांति परिचित हैं और संत अपनी महात्वकांक्षा के चलते किसी भी मौके को छोड़ना नहीं चाहते हैं। इसलिए संतों ने सांकेतिक उपवास के मंच से लोकसभा चुनाव में संत को टिकट देने की बात भी कह दी और कहीं पर निगाहें और कहीं निशाना के तहत लोकसभा चुनाव में टिकट के मद्देनजर संतों ने लामबंद होना शुरू कर दिया हैं।

सांकेतिक उपवास के अवसर पर संतों ने कहा कि हरिद्वार की धार्मिक मर्यादा को ध्यान में रखते हुए एक संत को चुनाव लड़ाना उचित कदम होगा। एक संत ही हरिद्वार की धार्मिक अस्मिता की रक्षा कर सकता है।

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