विश्व विख्यात धर्मनगरी नशा तस्करों के लिये हो रही हैं वरदान साबित

हरिद्वार

अनिल बिष्ट / हरिद्वार। विश्व विख्यात धर्मनगरी इन दिनों नशा तस्करों के लिये वरदान साबित हो रही हैं। शहर के हर क्षेत्र में जगह-जगह नशा तस्कर आसानी से नशा मुहैया करा रहे हैं। जबकि नियमानुसार धर्मनगरी में शराब व नशा प्रतिबंधित क्षेत्र हैं। लेकिन बावजूद उसके धर्मनगरी के अधिकांश क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध् शराब व नशा की बिक्री का कार्य खाकी की मिलीभगत के चलते दिन रात फल फूल रहा हैं।
सूत्रों के मुताबिक अवैध शराब से लेकर मादक पदार्थो की बिक्री ऐसी कई जगहों पर की जा रही हैं जहां पर कोतवाली, थाना, चौकियों चंद कदमों की दूरी पर बनी हुई हैं। जो कि खाकी की कार्यशैली पर तो सवालिया निशान लगाता ही हैं साथ ही धर्मनगरी की तीर्थ मर्यादा को भी तार-तार करता हैं।

इतना ही नहीं धर्मनगरी में चल रहा अवैध शराब व नशा सामग्री की बिक्री रोकने के लिए जिम्मेदार तंत्र की विफलता की भी कई हद तक पोल खोलता नजर आता है। इन तंत्रों के द्वारा इस अवैध बिक्री पर अंकुश लगाने के बजाय इसकी सरेआम नशे की तस्करी हो रही है। परन्तु सबकुछ जानते हुए भी सिस्टम बेशर्म बना हैं और कर्तव्य व निष्ठा ताक पर रख मामले में सहभागिता से पर्दा डाल रहा हैं। इतना ही नहीं शहर में पड़ोसी राज्यों से ट्रैवल्स की गाड़ियों में अंग्रेजी शराब की तस्करी का कार्य भी बदस्तूर जारी हैं। तस्करी रोकने में पुलिस प्रशासन की विफलताओं के कई कारण हैं।

सूत्रों की मानें तो नशा बिक्री की सूचना और शिकायत होने के बाद भी माल बरामदगी नहीं हो पाती हैं, क्योंकि नशा तस्करों का नेटवर्क सूचना और शिकायत करने वालों से कहीं ज्यादा मजबूत हैं। इस नशा तस्करी में इनके कई नेटवर्क कार्य कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का इस पर कहना हैं कि क्षेत्र में शराब व नशा बिक्री का धंधा खाकी की खिदमत के बिना संभव ही नहीं हैं। उनका कहना हैं कि शिकायतों के बाद भी नशा बिक्री करने वालों पर कार्रवाही नहीं होती हैं।

सूत्र कहते हैं कि ऐसी कई चेकपोस्टे हैं जहां से होकर शराब तस्करी का सामान लाना जाना शराब तस्करों के लिए आसान ही नहीं बल्कि सुरक्षित भी माना जाता हैं। सुबह तड़के ही तस्करी का खेल शुरू हो जाता है। इस धंधे में शराब तस्करों के द्वारा प्लास्टिक बैग का उपयोग करते हैं। जो कि स्कूटी या मोटरसाइकिल से निर्धारित स्थलों तक पहुंचा दिया जाता है। वहां से शराब का वितरण किया जाता है कि कितना पीस, कहाँ जायेगा। इस शराब की तस्करी में तस्करों के द्वारा नगर कोतवाली के समीप रामलीला ग्राउण्ड , खड़खड़ी, लालजी वाला, रोड़ी बेलवाला , चंडीपुल व ललताराव पुल ,ब्रह्मपुरी , इंदिरा बस्ती , बस अड्डा , टंकी नम्बर 6, ऋषिकुल , टिबड़ी , कनखल, ज्वालापुर कड़च्छ व लाल मंदिर के आस-पास ऐसे कई स्थान हैं जहां दिन रात शराब कारोबार चलता है।

इन तस्करों के कारण रात में शरीफ लोग भी इस रास्ता का उपयोग करने से कतराने लगे हैं। लेकिन स्थानीय थाना पुलिस के द्वारा इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। जिस वजह से इन दिनों धर्मनगरी में नशे अवैध कारोबार बड़ी तेजी से फैल रहा है। इस पर अंकुश न लगाने के चलते जहां एक ओर अपराध का ग्राफ बढ़ रहा वहीं दूसरी तरफ आम जन का खाकी के प्रति जो एक विश्वास बना था उस विश्वास का स्तर पिछले कुछ दशकों से नीचे की ओर लगातार खिसक रहा हैं।

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