नशेड़ियों का अड्डा बना बैरागी कैंप

हरिद्वार

कनखल बैरागी कैंप मेला आरक्षित भूमि पर बसी बस्ती का क्षेत्र नशेड़ियों का अड्डा बन गया हैं। कनखल की घनी आबादी के बीच यह बस्ती क्षेत्र है। शाम ढलते ही घाटों पर और गंगा किनारे नशेड़ियों का जमघट लगने लगता हैं। नशाखोर घाटों पर लगी रेलिंग और लोहे की जंजीरों को भी चोरी करने से परहेज नहीं कर रहें हैं।

अभी हाल ही में हरिद्वार में इलाज कराने आए अन्य राज्य के युवक को रेलवे स्टेशन से लाकर बैरागी में ही लूट को अंजाम दिया गया था। कई कबाड़ियों ने गंगा तट पर झुग्गी डाली हुई हैं। बताया जा रहा हैं कि इन्हीं काबड़ियों की मार्फत नशाखोर घाटों से चोरी किए गए समान को बेच कर अपना नशापानी का जुगाड़ कर ले रहे है। कनखल थाना क्षेत्रांगर्त बसी इस बस्ती में स्मैक, सूल्फा , नशीले इंजेक्शन और शराब का धंधा लंबे समय से संचालित हो रहा है। यह क्षेत्र अब हब बन गया है। यहां से नशे के सौदागरों का धंधा चल रहा है। इतना ही नहीं क्षेत्र में मिलीभगत से नशे के धंधों के साथ ही जुआ व नदी बालू की अवैध ढुलाई का धंधा भी खूब फल-फूल रहा हैं। साथ ही साथ क्षेत्र में मेला भूमि की खरीद-बिक्री का खेल भी जारी है।

आए दिन होने वाली मारपीट तो यहां के लिए आम बात हो गई हैं। विगत वर्ष हुई बाग स्वामी की हत्या के मामले में हत्यारोपियों का आज-तक कोई सुराग नहीं मिल पाया हैं। बीते दिनों सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त कर्मी की हुई हत्या में भी नशेड़ियों के संलिप्त होने की चर्चा हैं। रात के समय इस क्षेत्र में गंगा घाटों और नदी किनारे का खाली मैदान सुनसान हो जाता हैं तब यह क्षेत्र अपराधियों और नशेड़ियों के लिए और मुफीद बन जाता हैं।

मतलब कोई ऐसा धंधा बचा नहीं जो क्षेत्र में होता नहीं और सारे अपराधों का जड़ अवैध धंधे ही है इससे सभी वाकिफ है, लेकिन धंधे पर नकेल कसने की जिनकी जिम्मेवारी है। वो मौनी बाबा बने हुए है। सबकुछ देखकर भी चुप्पी साधे हुए है। कारण मैनेज सिस्टम है। परिणाम सबके सामने है। बढ़ती नशाखोरी के चलते इलाके में कहीं न कहीं अपराध हो रहे है। ये चिंता की बात है कि धर्मनगरी क्षेत्र नशे के कारोबार का अड्डा बनता जा रहा है।

मां मनसा देवी ट्रस्ट एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी महाराज का कहना हैं कि नशाखोरी समाज को धीरे धीरे खोखला कर रही हैं। नशा एक ऐसी बुराई है जो परिवारों को जड़ से खत्म कर दे रही हैं। बड़े – बड़े घराने नशे की चपेट में आकर नष्ट हो जाते हैं। आज क्राइम की घटनाओं में वृद्धि का एक प्रमुख कारण नशाखोरी को कहा जा सकता है। इसके लिए सभी को जागरूक होना होगा। ताकि आने वाली पीढ़ी को नशे की आदतों से बाहर निकाला जा सके।

मां मनसा देवी ट्रस्ट एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी महाराज ने उत्तराखंड स्तम्भ से फोन पर हुई वार्ता में यह भी बताया कि उनकी संस्था के द्वारा नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा हैं। जिसके तहत संस्था गरीब और असहाय परिवारों में नशे के आदी हो चुके युवाओं का नशामुक्ति केन्द्रों पर निशुल्क उपचार कराने का कार्य कर रही हैं। ऐसे गरीब और असहाय परिवार जो अपनी इच्छा से अपने परिवार के सदस्य का जोकि नशे का आदी हैं हमारी संस्था सदस्यों से संपर्क कर निशुल्क उपचार का लाभ ले सकते हैं।

संपर्क- 7500963900

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