
हरिद्वार कोतवाली क्षेत्रांतर्गत एक आश्रम के संतों द्वारा सार्वजनिक मार्ग पर बोरिंग कराए जाने का मामला सोशल मीडिया पर खासा तूल पकडे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक ब्रह्मपुरी मनसा देवी मार्ग स्थित आश्रम के संतों द्वारा सार्वजनिक मार्ग पर बोरिंग का कार्य कराया जा रहा था। जिसे लेकर क्षेत्र में निवास करने वाले राज्य आंदोलनकारी सुरेन्द्र सैनी ने मौके पर जाकर अपनी आपत्ति जताई थी। मौका स्थल हंगामे सूचना पर पहुंची पुलिस ने बोरिंग का कार्य संबंधित विभाग से एन ओ सी लिए जाने के बाद ही काम किए जाने की हिदायत थी। सोशल मीडिया पर भी मामला खासा छाया हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक संत वीडियो बना रहे व्यक्ति से बहस करता दिख रहा है। दूसरी वीडियो पुलिस कर्मी बिना एन ओ सी के काम नहीं करने की हिदायत देता नजर आ रहा है । लेकिन बावजूद उसके सरकारी संपत्ति पर निजी रूप से सार्वजनिक मार्ग को अवरूद्ध करके बोरिंग कराया जाना कानून और नियमों को खुली चुनौती देते हुए संत नजर आया। । पुलिसकर्मी के जाते ही मौके पर संत एवं उनके समर्थकों ने बोरिंग पाईप डालने का काम फिर से शुरू हो जाने के उपरांत सुरेन्द्र सैनी ने मामला स्थानीय प्रशासन के समक्ष पहुंचा दिया और सार्वजनिक मार्ग पर आश्रम के लोगों द्वारा किए जा रहे हैं बोरिंग के कार्य को बंद कराए जाने की गुहार लगाई थी।जिसके बाद अधिकारियों ने अधीनस्थों को तत्काल मौके पर भेजकर न सिर्फ सरकारी संपत्ति पर बोरिंग का कार्य बंद कराया बल्कि बोरिंग किए जाने की मशीन को भी मौका स्थल से हटवाने की कार्रवाई की। राज्य आंदोलनकारी सुरेन्द्र सैनी ने उनकी शिकायत का संज्ञान लेकर तत्काल कार्रवाई किए जाने वाले अधिकारियों को साधुवाद देकर आभार व्यक्त किया है।