सूचना का अधिकार में खुलासा: पीडब्ल्यूडी ने राज्य योजना के तहत पुलिया व मार्ग चौड़ीकरण के लिए स्वीकृत धन से करा दिया अलग निर्माण , धार्मिक संपत्ति पर निर्माणाधीन भव्य ईमारतों के चलते पूर्व मंत्री के इशारे पर किया पुलिया निर्माण

हरिद्वार

हरिद्वार। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की कारगुजारियों की पोल एक बार फिर से खुल गई हैं। मामला हैं कृष्णानगर से प्रेमनगर आश्रम तिराहे आने-जाने के मार्ग का। जहां सरकारी धन जिस कार्य में खर्च होना था , उस कार्य में व्यय न कर अन्य कार्य में व्यय कर दिया । लोक निर्माण विभाग के द्वारा दी जानकारी में यह खुलासा हुआ हैं।

कनखल निवासी मुनीश जैन ने 2017 में कृष्णा नगर भैरव मंदिर के सामने रजवाहे पर पीडब्ल्यू द्वारा बनाई गई पुलिया के संबंध में कार्यदायी संस्था से सूचना का अधिकार में जानकारी मांगी थी। प्रांतीय खण्ड लोक निर्माण विभाग हरिद्वार द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया हैं कि राज्य योजना 2017-18 के अंतर्गत जनपद हरिद्वार के विधान सभा क्षेत्र हरिद्वार में शंकराचार्य चौक सिहद्वार मोटर मार्ग के मौहल्ला कृष्णा नगर कनखल में पुलिया से प्रेमनगर आश्रम तिराहे की ओर भैरव मंदिर मार्ग के दूसरी ओर मार्ग का निर्माण एवं पुलिया के चौड़ीकरण का कार्य शासन आदेश संख्या 385/III (2)/17-25 (एम.एल.ए.)/2017 दिनांक 16.05.2017 के तहत स्वीकृत धनराशि 18.26 लाख में किया जाने का उल्लेंख किया गया हैं।

सूचना का अधिकार में जानकारी उपलब्ध करवाने के बाद लोक निर्माण के अधिकारियों की कारगुजारी खुल कर सामने आ गई हैं कि किस तरीके से कृष्णा नगर की पुलिया और भैरव मंदिर के सामने मार्ग चौड़ीकरण के लिए राज्य योजना के तहत जारी की गई लाखों की धनराशि को अपने मनमाने ढंग से रजवाहे पर पुलिया बना कर व्यय कर दिया गया। जिस स्थान पर यह पुलिया बनी हैं उस पुलिया के सामने ही एक आश्रम की धार्मिक संपत्ति हैं और इसी संपत्ति भव्य इमारत का कार्य निर्माणाधीन हैं।

सूत्रों का कहना हैं कि पूर्व मंत्री का इस प्रोजेक्ट में निवर्तमान पार्षद के साथ साझेदारी में कार्य चल रहा हैं और पुलिया निर्माण भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने पूर्व मंत्री के इशारे पर किया हैं। क्योंकि इस प्रोजेक्ट के आड़े रास्ते की समस्या आ रही थी। जोकि बाद में पूर्व मंत्री ने पूर्व सरकार में मंत्री रहते पुलिया का निर्माण करा हल करा दिया। इस पुलिया निर्माण की एवज में पूर्व मंत्री को प्रोजेक्ट में बतौर साझेदार बनाया गया हैं।

गौरतलब हैं कि पुलिया निर्माण के दौरान मेयर पति ने भी पूर्व मंत्री और विभागीय अधिकारियों पर आरोप-प्रत्यारोप करते हुए मौका स्थल पर धरना प्रदर्शन भी किया था। उस दौरान यह मामला खासा सुर्खियों में रहा था।

हलांकि पुलिया बने कई साल बीत चुके हैं लेकिन स्वीकृत सरकारी योजना से जिस मार्ग व पुलिया का सुधार होना था उस मुख्य मार्ग की पुलिया का चौड़ीकरण और भैरव मंदिर के सामने मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य आज तक यूं ही लटका हुआ हैं।

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