अनिल बिष्ट / हरिद्वार। हर मिलाप मिशन जिला अस्पताल हरिद्वार द्वारा कूट रचित दस्तावेज तैयार कर सरकारी धन की लूट करने बिना, चौकीदार के कमरे व बिना गेस्ट हाउस बनाए रंगाई-पुताई पर खर्च किए गए 49,720 रूपए तथा 130 फर्जी मेडिकल बनाए जाने के मामले में पीपुल्स फॉर संस्था सदस्य आदित्य शर्मा की शिकायत के बाद निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण गढ़वाल मण्डल पौढ़ी ने प्रकरण पर जांच बैठा दी हैं।
स्वास्थ्य निदेशक ने मामले की जांच के लिए दो सदस्य टीम गठित की हैं। निदेशक ने शनिवार को प्रमुख अधीक्षक जिला चिकित्सालय हरिद्वार एवं हरिद्वार से टिहरी स्थानंतरित हुए नेत्र चिकित्सक को जांच समिति के समक्ष उपस्थित होकर मामले में बयान दर्ज कराने के लिए दोनों को देहरादून तलब किया गया हैं।
गौरतलब हैं कि चौकीदार के कमरे और गेस्ट हाउस की रंगाई पुताई के संबंध में सुभाष नगर के रहने वाले आदित्य शर्मा ने जाानकारी मांगी थी। जिसमें चौकीदार के कमरे और गेस्ट हाउस की रंगाई पुताई में तकरीबन 49 हजार 720 रूपए खर्चा होना बताया गया था व बिलों की प्रति मुहैया कराई गई हैं। जबकि धरातल पर स्थिति सूचना का अधिकार में दी गई जानकारी से इतर हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों का कारनामा देखिए चौकीदार और गेस्ट हाउस का अधिकारियों को पता नहीं हैं और रंग रोगन पर हजारों रूपए खर्च कर दिए ।
वहीं होमगार्डस भर्ती के लिए 130 उम्मीदवारों के किए गए मेडिकल सर्टिफिकेट की भी पूर्ण जानकारी जिला चिकित्सालय के लोक सूचना अधिकारी द्वारा सूचना मांगने पर आदित्य शर्मा को नहीं दी गई थी। जिसके बाद मामला संदिग्ध होने पर आदित्य द्वारा उच्च अधिकारियों से मामले की शिकायत की गई थी।
उत्तराखण्ड स्तम्भ ने प्रमुखता से छापा था मामले में समाचार
उत्तराखण्ड स्तम्भ ने इस मामले को लेकर प्रमुखता से समाचार का प्रकाशन किया था। जिसके बाद टिहरी स्थानंतरण आदेशों के बाद हरिद्वार जिला अस्पताल में डटे चिकित्सक को पहाड़ चढ़ना पड़ा था।