अनिल कुमार बिष्ट/हरिद्वार। नगर क्षेत्र में अतिक्रमणकारी अब नगर के बाहरी क्षेत्रों पर भी अपना कब्जा जमाने लगे हैं। फुटपाथ तो फुटपाथ अब मुख्य मार्गाे पर भी हथठेले वाले स्थायी रूप से खड़े होकर मार्ग अवरुद्ध कर रहे हैं। जिससे छोटे-बड़े वाहनों के आवागमन में असुविधा हो रही है।
नगर क्षेत्र के सभी प्रमुख मार्गाे के फुटपाथों पर हथठेले खड़े होने का स्थान शेष न रहने पर अतिक्रमणकारियों ने अब नगर के बाहरी मार्गाे पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है। हाईवे पर हाथ ठेले वालों का अतिक्रमण होने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नेशनल हाइवे पर होने वाले अतिक्रमण से राहगीरों को सड़क दुर्घटना का भय भी बना रहता हैं। फलों और गन्ना रस की चरखी सहित दर्जनों खाने-पीने के ठेले व हाईवे से गुजरते वाहन चालक हाईवे पर ही अपना वाहन रोककर फल आदि की खरीददारी या कोल्ड ड्रिंक्स के ठेलों पर या , गन्ना रस की चरखियों पर खाते-पीते आसानी से देखें जा सकते हैं। जिससे इन मार्गाे पर गुजरने वाले छोटे-बड़े वाहनों का आपस में भिड़कर दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता हैं।
धर्मनगरी में जैसे-जैसे यात्रियों की भीड़ बढ़ रही हैं वैसे-वैसे हाईवे किनारे फलों, गन्ना रस, कोल्ड ड्रिंक आदि ठेलों का अतिक्रमण का दायरा लगातार बढ़ रहा हैं। कभी-कभी वाहनों की चपेट में आकर पैदल राहगीर भी चोटिल हो जाते हैं। मगर इन परेशानियों से ठेले, खोमचे वालों को कुछ भी लेना-देना नहीं है। वे मार्गाे पर खड़े होकर बस अपना व्यापार करने में मस्त हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हाथ ठेले वालों द्वारा फुटपाथ के साथ मुख्य मार्ग को भी अतिक्रमण से घेर लिया गया है। जिससे चौड़े मार्ग सकरे होकर आवागमन को अवरुद्ध कर रहे हैं। उनका कहना है कि आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अभियान चलाकर मुख्य मार्गाे पर खड़े होने वाले ठेले वालों को हटाकर मार्ग सुविधाजनक बनाने की पहल करनी चाहिए। हाईवे पर दुकानदारों और हाथ ठेले वालों का अतिक्रमण होने से हाईवे से गुजरते वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।