कनखल थाना क्षेत्र के बैरागी कैंप मेला भूमि पर शीशम के पेड़ को काटने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा हैं बैरागी कैंप स्थित मेला आरक्षित सरकारी भूमि सूखा शीशम का एक पेड़ खड़ा है। जिसे अज्ञात द्वारा पूर्व में काटने का प्रयास किया गया हैं। शीशम का पेड़ काटने में असफल होने पर पेड़ काटने वाले अज्ञातों द्वारा पेड़ को आधा कटा होने की अवस्था में छोड़कर भाग गए। पेड़ के नीचे का हिस्से पर कुल्हाड़ी आदि से आधा काटा हुआ हैं ।
वहीं, सामाजिक टीम ने पेड़ों के कटान पर आपत्ति व्यक्त करते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मामला संज्ञान में लाते हुए मामले में कार्रवाई करने की मांग की हैं।
जिसके बाद यूपी सिंचाई के अधिकारियों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया हैं पेड़ का निचला हिस्सा आधा काटे जाने की पुष्टि की हैं। अधिकारियों का कहना हैं कि अपने उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी दी जा रही हैं। उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद ही पेड़ काटने वाले अज्ञात के खिलाफ कार्रवाही की जाएगी।
पूर्व में भी काटे जा चुके हैं मेला आरक्षित भूमि से सरकारी पेड़, पूर्व पार्षद पर कार्रवाही करने में असफल रहा हैं विभाग
बैरागी कैंप मेला आरक्षित भूमि से पूर्व में अवैध रूप से हरे पेड़ों का पातन किया जा चुका हैं। अवैध अतिक्रमण से लगातार सिकुड़ रही कुंभ भूमि पर विभाग कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ हैं वहीं मेला प्रशासन भी मेले अवसर पर ही मेला भूमि की सुध लेता हैं और मेला बीतते ही मेला प्रशासन भी गहरी नींद में चला जाता हैं। 2021 कुंभ मेला के बाद सैकड़ों लोगों ने बजरी वाला क्षेत्र में कच्चे पक्के मकान बना कर मेला भूमि पर अतिक्रमण कर लिया हैं। कौन कहां से आया हैं? कौन हैं? क्या हैं? विडम्बना देखिए इसका कोई रिकार्ड न स्थानीय पुलिस के पास हैं और न ही खुफिया विभाग के पास।
बैरागी कैंप मेला आरक्षित भूमि से पूर्व में अवैध रूप से हरे पेड़ों का पातन निर्वतमान पार्षद द्वारा कराया गया था। इससे संबंधित सभी साक्ष्य विभाग के पास मौजूद हैं परन्तु विभाग ने भी मामले में कनखल थाने में एक तहरीर देकर इतिश्री कर ली। यहा विभाग सरकारी भूमि से पेड़ काटने के आरोपी पूर्व पार्षद पर कार्रवाही करने में कुल मिलाकर अबतक असफल रहा हैं।