अनिल बिष्ट / हरिद्वार । शहर से लेकर देहात तक में चाइनीज मांझा खुले आम बेचा जा रहा है। बच्चे इसको खरीद भी रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इससे बेखबर हैं। जबकि इस मांझे से कई हादसे होने के बाद इसे बेचने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जुलाई, 2017 में चाइनीज मांझे की खरीद-बिक्री पर देश भर में प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन चाइनीज मांझा की खुलेआम बिक्री को रोकने के लिए शासन प्रशासन द्वारा प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
हरिद्वार ,कनखल , ज्वालापुर व रूड़की के बाजारों की कई दुकानों पर चरखे खुले आम रखे हैं। तीन सौ रुपए से चार सौ के बीच इनकी अच्छी बिक्री हो रही है। पिछले साल भी चाइनीज मांझे से शहर में कई हादसे हुए हैं और वर्तमान में देखा जाए तो चाइनीज मांझा से आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं। चाइनीज मांझा किसी की गर्दन तो किसी का हाथ तक काट चुका हैं। इतना ही नहीं पशु-पक्षी भी इसकी चपेट में आकर जख्मी हो रहे हैं।
लेकिन, शहर से लेकर देहात तक खुलेआम बिक रहा चाइनीज मांझे की रोकथाम करने में यह अधिकारी न सिर्फ असफल हैं बल्कि प्लास्टिक मांझा बेचने वालों के खिलाफ धरातल पर कोई ठोस कार्रवाही करते भी साफ तौर पर कहीं नजर नहीं आतेे हैं।
वहीं एसडीएम अजय वीर ने इस मामले में कहा हैं कि यदि किसी भी दुकान पर चाइनीज मांझा बेचा जा रहा हैं तो जल्द उन पर कार्रवाही की जाएगी।