खबर का असर: सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अवैध रूप से काटे गए हरे पेड़ की लकड़ियों को किया जब्त, कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति

हरिद्वार

कनखल स्थित बैरागी कैंप में बीते दिनों अवैध रूप से पातन किए गए हरे पेड़ों के विषय में उत्तराखण्ड स्तम्भ में प्रमुखता से खबर छपने के बाद उत्तराखण्ड सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में लकड़िया जब्त की हैं। बताते चलें कि यहां पर भी अधिकारी ने कार्रवाही के नाम पर महज खानापूर्ति कर दी हैं। कमाल देखिए अधिकारियों ने न तो अवैध पातन करने वाले ठेकेदार पर कोई कार्रवाही हुई और न ही माल के साथ कोई वाहन पकड़ा हैं। यह हालात तब हैं जब कि विभागीय अधिकारी पंतद्वीप पार्किंग मामले में सीबीआई की रडार पर हैं।

बताते चलें कि नगर निगम हरिद्वार के सहायक नगर आयुक्त श्याम सुन्दर प्रसाद ने सिंचाई विभाग से संबंधित कनखल बैरागी कैंप मेला भूमि पर अपना स्वामित्व बताकर सेमल के 1 हरे व एक सूखे पेड़ों के पातन की अनुमति ठेकेदार फारूख को दी थी। लेकिन ठेकेदार ने विभागीय मिलीभगत के चलते बीती 3 दिसंम्बर को दो हरे पेड़ों का अवैध रूप से पातन करा दिया था। क्यूंकि जिस सिंचाई विभाग का संपत्ति स्वामित्व हैं नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त ने उस विभाग से एनओसी नहीं ली थी। इतना ही नहीं नियम विरूद्ध संपत्ति स्वामत्वि अपना बताते हुए मौका स्थिति से हरे पेड़ों का पातन करा दिया था। जिसमें एक सेमल का विशालकाय हरा भरा पेड़ भी था। सबसे मजे की बात यह जिस जगह पर लगे थे वहां इनसे किसी को कोई जानमाल की क्षति भी नहीं पहुंच रही थी। लेकिन अपने हित लालच में पार्षद इतना अंधा हो चुका हैं कि वह प्राकृतिक धरोहरों को भी नष्ट करने से बाज नहीं आ रहा हैं।

जाग्रति मंच के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया था और मामले की सूचना संबंधित को दी थी। इससे पूर्व की अधिकारी मौके पर पहुंच पाते ठेकेदार ट्रैक्टर ट्राली में लकड़िया लादकर मौके से भाग खड़ा हुआ था। जिसे भगाने में एक पूर्व पार्षद की भूमिका अहम रही।

सूत्रों कि मानें तो पेड़ों को कटवाने में पूर्व पार्षद काफी दिनों से प्रयासरत था। बताया जा रहा हैं कि पूर्व पार्षद ने सिंचाई विभाग की मेला लैण्ड पर 4 हजार से अधिक वर्ग फीट भूमि पर अतिक्रमण कर रखा हैं और उस पर अपना कोल्ड ड्रिंक्स का डिपो बनाया हुआ हैं। इसी डिपो पर मालवाहक ट्रकों का आगमन रहता हैं। इसलिए अपनी सुविधा के लिए उसने सेमल के हरे पेड़ों का पातन करा दिया। जिस तीन दिसम्बर को दिन दहाड़े यह पेड़ काटे जा रहे थे उस दिन एक तरफ 3 राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत पर पार्टी कार्यकर्ता जश्न मना रहे थे तो दूसरी तरफ बैरागी कैंप मे भाजपा का पूर्व पार्षद हरे पेड़ों पर आरियां चलवा रहा था। यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मेला लैण्ड खुर्द-बुर्द किए जाने के मामले को गंभीरता से लिया हैं और मामले से अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए कार्रवाही के लिए दिशा निर्देश मांगे हैं।

उत्तराखण्ड सिंचाई विभाग की टीम ने अवैध रूप से काटे गए सेमल के हरे पेड़ की बड़ी मात्रा में लकड़ियों को जब्त किया है। बताया जाता है कि इस मामले को लवारिश जब्ति बता कर रफा दफा करने का प्रयास शुरू हो गया है।
वहीं, जाग्रति मंच के सदस्यों का आरोप है कि इस मामले में मुख्य आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

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