अनिल कुमार बिष्ट /राजनीति लाभ के लिए नित नए नियम और कानून बदल रहे हैं और अधिकारी भी राजनीति दबाव व प्रभाव में काम करता दिख रहा हैं। धरातल पर अधिकारी किस तरह अपनी मनमर्जी पर उतारू हैं जिसका जीता जागता मिशाल कनखल क्षेत्र में देखने को मिला हैं। कमाल देखिए जहां सड़क बनी नहीं और लोक निर्माण विभाग ने निर्माण कार्य से पूर्व ही कनखल के सन्यास मार्ग क्षेत्र में इंटरलाकिंग टायल्स निर्माण कार्य का बोर्ड लगा दिया हैं। जिससे स्थानीय लोग विभाग की कार्यशैली पर अब सवाल उठा रहे हैं। सवाल उठना लाजिमी भी हैं क्यूंकि इससे पूर्व निर्माण पूर्ण होने के पश्चात् ही विभाग बोर्ड लगाता आया हैं।
इतना ही नहीं जिन स्थलों पर यह इंटरलाकिंग टायल्स का प्रस्तावित व स्वीकृत निर्माण कार्य बोर्ड में होना दर्शाया गया हैं वह सार्वजनिक स्थल, मार्गो पर न होकर अखाड़े की निजी संपत्ति पर किए जाने हैं।
क्षेत्र के लोगों का कहना हैं कि आचार संहिता से पूर्व यह बोर्ड लगाए गए थे। दो दिन के बाद कार्य शुरू करने की बात कही थी, लेकिन अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है।
क्षेत्र में लगे बोर्ड पर ‘ विधायक मदन कौशिक द्वारा प्रस्तावित विधान सभा क्षेत्र अंकित होने के साथ ही राज्य योजना 2023-24 के विधान सभा क्षेत्र हरिद्वार में कनखल सन्यास रोड़ रामकुटीर , मित्तल धाम , पतीत पावन, राम निवास, व कपिल बिहार में इंटरलाकिंग टायल्स द्वारा मार्ग निर्माण कार्य, स्वीकृत लम्बाई 0.558 किमी, स्वीकृत लागत 41.03 लाख रूपए तथा कार्यदायी संस्था प्रान्तीय लोक निर्माण विभाग हरिद्वार स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ हैं। ’
उधर प्रांतीय लोक निर्माण विभाग के एक्शईन सुरेश तोमर का इस पूरे मामले पर कहना हैं कि प्रस्तावित निर्माण कार्य के बोर्ड लगवाने के निर्देश शासन से मिले हैं। निजी भूमि के मामले को दिखवाया जाएगा।
अधिकारी भलें ही निर्माण कार्य से पूर्व प्रस्तावित कार्यो का बोर्ड लगाने को शासन का निर्देश बता रहे हैं, लेकिन निर्माण कार्य तो और स्थल पर भी होने हैं या चल रहे हैं वहां बोर्ड क्यूं नहीं लगे हैं ? के सवाल पर अधिकारी निरूत्तर हैं।