ज्ञानवापी पर योगी आदित्यनाथ के दिए बयान का अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने किया स्वागत
सोमवार को अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ज्ञापवापी संबंधी बयान का स्वागत किया है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि सभी तथ्य ज्ञानवापी के मंदिर होने के पक्ष में हैं।
श्रीमहंत रविंद्रद्रपुरी महाराज ने श्री निरंजनी अखाड़ा मायापुर स्थित चरण पादुका से मीडिया को दिए बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान का संत समाज स्वागत करता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर ज्योतिर्लिंग है। वहां पर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई। कोर्ट ने ज्ञानवापी में वैज्ञानिक सर्वे कराने का आदेश दिया था। सच्चाई सामने ना आ सके इसलिए दूसरे पक्ष द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि संत समाज को उम्मीद है कि योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में ही ज्ञानवापी का मुद्दा हल होगा। ज्ञानवापी में शिवलिंग और कई ऐसी चीजें मिली हैं। जिससे प्रमाणित होता है कि वहां मस्जिद से पहले मंदिर था। राम मंदिर के मामले में भी ऐसा ही देखने को मिला था। अब जो भी फैसला होगा कोर्ट के माध्यम से ही होगा। संत समाज को पूरी आशा है कि कोर्ट में सभी तथ्य साफ हो जाएंगे और फैसला हिंदू पक्ष में होगा।
निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिंदू हितों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में सुशासन कायम हुआ है। हिंदुओं के प्रति होने वाली गतिविधियों पर रोक लगी है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में एक और भव्य राम मंदिर का निर्माण पूर्ण होने की और है। वहीं ज्ञानवापी का मसला हल होने से हिंदू समाज का गौरव और बढ़ेगा।