रविवार को युवा जागृति विचार मंच ने प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए बाट – माप विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक के खिलाफ प्रदेश सरकार से कार्रवाही की मांग की। सोशल मीडिया पर बाट-माप विभाग के निरीक्षक अमित कुमार सिंह एवं उसके सहयोगियों संतोष कुमार शर्मा एवं मुकेश अग्रवाल द्वारा सरकारी कार्यालय में मदिरा सेवन करने एवं कराने तथां मातृशक्ति के लिए आपत्तिजनक और अमर्यादित शब्दों वाले वीडियो वायरल होने के बाद युवा जागृति मंच ने अपनी वीडियो में नजर आ रहे अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है।
प्रेस के दौरान प्रवीन शर्मा ने बताया कि एक तरफ जहां प्रदेश सरकार नशा मुक्त अभियान चलाए हुए हैं वहीं सरकारी कार्यालय का अधिकारी और विभागीय कर्मी इस अभियान को अपनी करतूतों से पलीता लगाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा 2025 तक नशा मुक्त उत्तराखण्ड बनाने के स्वर्णिम संकल्प को ध्वस्त करने में विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग के भ्रष्ट अधिकारी और उनके सहकर्मी सबसे बड़ी बाधा बने हुए हैं ।
शर्मा ने कहा कि सरकारी विभाग के कार्यालय में बैठकर मदिरा पान करना एवं मातृशक्ति के लिए आपत्तिजनक शब्द एवं अमर्यादित व्यवहार कर उनका उपहास करना समाज और सरकार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है । कहा कि सरकारी कार्यालयों का मदिरा पान करने के लिए उपयोग में लाया जाना अधिकारियों की भ्रष्ट कार्यशैली का परिचय देता है । प्रवीन शर्मा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग के निरीक्षक अमित कुमार सिंह एवं उसके सहयोगियों संतोष कुमार शर्मा एवं मुकेश अग्रवाल के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की हैं।
मनीष चौहान ने कहा कि इस विषय पर पूर्व में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया था, लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी हैं। युवा जागृति मंच ने शासन-प्रशासन से मामले में तत्काल कार्यवाही करने की मांग की हैं। साथ ही कार्रवाही नही होने पर मंच ने आंदोलन की चेतावनी भी दी हैं।
बताते चलें कि विगत दिनों विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग के दफ्तर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक अमित कुमार सिहं सहयोगी कर्मचारी के साथ दफ्तर में बैठकर नशे में चूर कर्मचारी से उसकी पत्नी और उसके निजी संबंधों को लेकर अश्लील व अपशब्दों को बड़ी दिलचस्पी लेकर सुन रहे हैं। प्रेस वार्ता में हिमांशु राजपूत , आकाश शर्मा, निखिल भारद्वाज,आदित्य प्रजापति, दुर्गेश वर्मा आदि शामिल रहे।
क्या कहती हैं विभागीय मंत्री-
मेरे संज्ञान में अभी ऐसा कोई मामला नहीं हैं। ऐसा कोई वीडियो हैं तो वीडियो उपलब्ध करा दीजिए। ऐसे अधिकारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाही की जाएगी। – रेखा आर्य,महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकासए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, खेल, युवा कल्याण विभाग मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार।
क्या कहते हैं बाट-माप अधिकारी-
आरोप पूर्णताः निराधार हैं। यह लाइसेंस होल्डर के खिलाफ कार्रवाही का नतीजा हैं। जो दो लोग वीडियो में नजर आ रहे हैं वह दफ्तर में पहले से ही शराब का सेवन करके आए थे। दोनों लोगों से इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं किए जाने के लिए माफीनामा लिया गया हैं। -अमित कुमार सिंह,वरिष्ठ निरीक्षक , विधिक माप विज्ञान (बाट-माप) विभाग, हरिद्वार।