हरिद्वार। कनखल महात्मा गांधी मार्ग स्थित धर्मार्थ धर्मशाला के ट्रस्टी ने बिना वन विभाग की बिना अनुमति लिए अवैध रूप से आम के हरे पेड़ कटवा दिए। स्थानीय लोगों के विरोध करने पर पेड़ काटने वाले मजदूर मौके से फरार होने में कामयाब रहे। जबकि इसी मार्ग पर एक महोत्सव कार्यक्रम में वीआईपी हस्तियों का आना-जाना लगा था और पुलिस भी चप्पे-चप्पे पर मौजूद थी। लेकिन ट्रस्टी ने धर्मशाला का मुख्य दरवाजा बंद करके बेखौफ होकर अवैध रूप से हरे पेड़ों का पातन करवा डाला। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना वन विभाग अधिकारियों को दी । मौके पर पहुंचे वन दरोगा व वनकर्मी ने अवैध रूप से हरे पेड़ों के पातन पर प्रबंधक के विरूद्ध कार्रवाई की हैं।
सूत्र बता रहें हैं कि आम का हरे पेड़ कटवाने के बाद धर्मशाला ट्रस्टी ने धर्मशाला परिसर में खड़े अन्य के पेड़ों को कटवाने की तैयारी की हुई थी। लेकिन वनकर्मियों के पहुंचने के बाद अन्य हरे पेड़ों को कटवाने की ट्रस्टी की मंशा पर पानी फिर गया है। बताया जा रहा हैं हरे पेड़ों का सफाया कर ट्रस्टी एक बड़ा हॉल बनवाने की तैयारी कर रहा हैं।
नियमानुसार विभाग की इजाजत के बिना कहीं भी हरा पेड़ नहीं काटा जा सकता। विभाग भी सरकारी काम के लिए या फिर विशेष परिस्थितियों में पेड़ काटने की इजाजत देता है। लेकिन इसके वाबजूद धर्मशाला प्रबंधक ने नियमों को ताक पर रख हरे पेड़ों पर आरियां चलवा दी। जहां एक तरफ पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए लाखों रूपए प्रचार प्रसार में खर्च करती हैं, वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण के दुश्मन आए दिन अवैध तरीके से हरे पेड़ों का पातन कराने से बाज नहीं आ रहे हैं। कनखल महात्मा गांधी रोड़ स्थित धर्मशाला में अवैध रूप से काटे गए हरे आम के पेड़ इसी की बानगी हैं।