हरिद्वार/ कनखल । शहर के कनखल क्षेत्र की दक्ष रोड में नगर निगम द्वारा पानी निकासी के लिए नाला निर्माण काफी अनियमितता बरती जा रही है। दक्ष रोड़ स्थित निर्माणाधीन नाले में मानको को ताक पर रख कर अधिकारी और ठेकेदार अपने हिसाब से नाले का निर्माण कार्य करा रहे है। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि अच्छी क्वालिटी की सामग्री नहीं कूड़े-कचरे और गीले कीचड़ में जैसे तैसे नाले का निर्माण कार्य किया जा रहा है। कार्यों में सही सामग्री नहीं लगाने से नाला निर्माण के साथ ही कभी- कभी ध्वस्त होने लगते है ।
स्थानीय लोगों और व्यापारी नाला निर्माण कार्य में ठेकेदार पर मनमानी व मानकों को ताक पर रख निर्माण किए जाने का आरोप लगा रहे हैं। उनका आरोप हैं कि दक्ष रोड पर चल रहे नाला निर्माण कार्य किया जा रहा है। गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। केवल कागजी खानापूर्ती कर काम को किसी तरह से निपटा दिया जा रहा है।
मौके पर नाला निर्माण की चौड़ाई को कम कर दिया गया हैं जिससे लोगों को बरसाती दिनों में पानी ओवरफ्लो होने के कारण घरों में घुसने का डर सताने लगा हैं। मौके पर नाला निर्माण की चौड़ाई को कम कर दिया गया हैं जिससे लोगों को बरसाती दिनों में पानी ओवरफ्लो होने के कारण घरों में पानी घुसने का डर अभी से सताने लगा हैं। इतना ही नहीं नाला निर्माण कार्य पूर्ण पूर्व ही एक जगह से धसक गया हैं और ताजा प्लास्टर कई जगहों से निकल गया हैं। नाले से निकले मलबे को ही नाला निर्माण कार्य में लगाया जा रहा हैं। दक्ष रोड़ स्थित निर्माण स्थल पर नाला निर्माण कार्य किए जाने का निगम ने ठेकेदार या फर्म , कार्यदायी संस्था , नाले की लम्बाई, चौड़ाई, लागत आदि विवरण का बोर्ड भी मौका स्थल पर नहीं लगाया हैं।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग व व्यापारी-
कनखल झण्डा चौक व्यापारी विजय गुप्ता ने बताया कि नाला मानक के अनरूप नही हो रहा है। नाले की चौड़ाई और गहराई को देख ऐसा प्रतीत होता है कि नाले से पानी का निकासी संभव नहीं है। इसके अलावा जिस तरीके से निर्माण किया जा रहा के वह जल्द ही ध्वस्त हो जाएगा।
युवा नेता व व्यापारी दीपक गौनियाल का कहना हैं कि नाला निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है। अनियमितता की शिकायत की जाती हैं तो जांच का केवल दिखावा किया जाता है। कार्रवाई जीरो रहती है। विभागीय अधिकारी जब जांच को जाते हैं तो लोगों मे एक आस जगती हैं कि अब काम फिर से सही तरीके से कराया जाएगा। लेकिन जब अधिकारी जांच कर चले जाते हैं तो काम फिर उसी तरीके से होता हैं। मतलब ऐसा लगता है सब आधुनिक रूप से प्रभावित है।
स्थानीय निवासी व व्यापारी राजू चौहान का कहना हैं कि वह मामले की शिकायत सीएम पोर्टल पर करेंगे और नाला निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच के साथ दोषी अधिकारियों पर कार्रवाही की मांग करेंगे।