मंगलवार को लंबित वेतन के भुगतान और काम पर वापस रखने की मांग को लेकर सफाई कर्मियों ने नगर निगम में जमकर हंगामा किया। पार्षद पति के साथ मौके पर ही सुरक्षाकर्मी से झड़प के बाद सफाई कर्मी बेहद उग्र हो गए तो माहौल बिगड़ता देख नगर आयुक्त ने भी कार्यालय से निकल लेने में ही अपनी भलाई समझी और हो हल्ले के बीच गाड़ी में बैठ वहां से खिसक लिए । सफाई कर्मियों का आरोप है कि नगर आयुक्त ने उन्हें काम पर वापस न लेने की धमकी तक दी हैं।
जानकारी के मुताबिक पार्षद अमन गर्ग व पार्षद पति प्रतिनिधि कन्हैया खेवड़िया के नेतृत्व में सफाई कर्मी नगर आयुक्त से वार्ता के लिए पहुंचे नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे। आरोप हैं कि सफाई कर्मियों और पार्षद पति प्रतिनिधि कन्हैया खेवड़िया के साथ सुरक्षाकर्मी ने धक्का-मुक्की कर दी। इससे गुस्साए सफाई कर्मियों ने नगर आयुक्त का घेराव करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर आए नगर आयुक्त को पार्षद पति व सफाई कर्मियों ने जमकर खरी खोटी सुनाई। मामला बढ़ता देख नगर आयुक्त गाड़ी में बैठकर वहां से निकल लिए।
बताया जा रहा हैं कि रुड़की की एक कंपनी के कर्मचारियों को चारधाम यात्रा काल के लिए आऊटसोर्स पर रखा गया था। जिन्हें अब यात्रा का दबाव कम होने पर कंपनी ने हटा दिया था। कर्मचारी यूनियन के नेता अमन गर्ग, राजीव भार्गव व पार्षद पति कन्हैया खेवड़िया आदि कर्मचारियों के साथ कर्मचारियों को पुनः काम पर लेने की मांग को लेकर एम एन ए से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे थे। इसी दौरान मुख्य नगर आयुयुक्त के सुरक्षाकर्मी से सफाई कर्मियों की झड़प हो गई।
यूनियन अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि कंपनी के अभी बहुत से आऊटसोर्स कर्मचारी काम पर हैं जो बाहर के हैं जबकि स्थानीय कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।
वहीं मीडिया को दी जानकारी में नगर आयुक्त ने किसी से कोई धक्का मुक्की नहीं होने की जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा हैं कि कर्मचारियों को रखने हटाने का विषय कंपनी का है उनका नहीं।