कनखल के ट्रैवल्स कारोबारी से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने किया खुलासा
हरिद्वार। कनखल पुलिस ने ट्रैवल्स कारोबारी से रंगदारी मांगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है।
बताते चलें कि रविवार की शाम कनखल में ट्रैवल्स कारोबारी को धमकी भरा पत्र भेजकर एक लाख 60 हजार की रंगदारी मांगी गई थी। एक ई-रिक्शा चालक के जरिए लिफाफा बंद पत्र भेजा गया था। चालक के हाथ रकम लालपुल पर न भिजवाने पर गोली मारने की धमकी दी गई थी। पत्र में ट्रैवल्स कारोबारी को धमकी दी गई थी कि तेरी जिंदगी मेरे हाथ में है। किसी को कुछ भी बताने की कोशिश की तो अंजाम बहुत ही बुरा होगा। ये कागज नहीं है, जेल से भेज रहा हूं। इसको हल्के में मत लेना। अन्यथा गोली मार दी जाएगी।
कपिल हंस निवासी ज्वालापुर की प्रथम सूचना पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी । प्रथमदृष्टया में पुलिस की शंका ई-रिक्शा चालक के इर्द-गिर्द घूम रही थी ।
मंगलवार को पुलिस ने कारोबारी के चालक और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रैवल्स व्यवसाई की शिकायत मिलते ही थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने तत्काल अज्ञात आरोपियों को तलाशने में कनखल पुलिस टीम को लगाया गया। टीम ने कार्यवाही करते हुये सीसीटीवी फुटेज खंगालनेे के साथ-साथ मैन्युअल पुलिसिंग भी जारी रखी।
मुखबिर की सूचना के आधार पर घटना में शामिल दोनों अभियुक्तों को बैरागी कैम्प से दबोचने में सफलता हासिल की। अभियुक्त इरफान पिछले 5 वर्षों से हंस ट्रैवल्स के मालिक की गाडी चलाता था।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मालिक का बड़ा कारोबार देखकर मन में लालच आने की वजह से उसने अपने साथी से एक धमकी भरा पत्र लिखवाकर मालिक के ऑफिस पहुंचवाया।
अभियुक्तों को लगा कि उनके ऐसा करने से कारोबारी डर जाएगा और चुपचाप उनको पैसे दे देगा, लेकिन कारोबारी ने कनखल पुलिस पर भरोसा जताया, जिस पर पुलिस खरी उतरी है।
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त ने अपना नाम शहनवाज उर्फ सोनू पुत्र इखलाक और इरफान उर्फ नोशद पुत्र सत्तार अहमद निवासी मंडी का कुआ मोहल्ला मेदानयान ज्वालापुर बताया है।
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष कनखल नितेश शर्मा, उपनिरीक्षक देवेन्द्र सिह तोमर, कमल कान्त रतूडी, कांस्टेबल बलवन्त सिह, सतेन्द्र सिह शामिल रहे।
वहीं पुलिस अधिकारियों ने खुलासा करने वाली टीम की पीठ थपथपाई है।