मातृ सदन द्वारा जिलाधिकारी हरिद्वार को 28 जून 2023 को डीएम को पत्र भेजकर तत्काल अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की थी । मातृसदन के पत्र पश्चात हरकत में आए प्रशासन ने खनन को पूर्ण रूप से नियंत्रित करने हेतु उपजिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा टीम गठित की गई है। किसी भी उल्लंघन के दृष्टिगत संबंधित अधिकारी पूर्ण रूप से ज़िम्मेदार होंगे । एसडीएम के माध्यम से मातृ सदन को अवैध खनन रोकने के लिए टीम गठन किए जाने की जानकारी दी गई है । मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए डीएम को पत्र भेजा था। जिसके बाद एसडीएम ने अवैध खननरोधी टीमों का गठन कर दिया। यह तीनों टीमें रात में अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई करेंगी। टीमों की निगरानी की जिम्मेदारी तहसीलदार रेखा आर्य को सौंपी गई है।
बताते चलें कि बीते दिन फेरुपुर और चांदपुर के किसानों ने मातृसदन पहुंचकर स्वामी शिवानंद सरस्वती को क्षेत्र में होने वाले अवैध खनन के संबंध में जानकारी दी थी। मातृसदन के परमाध्यक्ष शिवानंद स्वामी को किसानों ने बताया था कि माफिया अवैध खनन करने के लिए उनके खेतों को भी नहीं बख्श रहे हैं, जिससे उनके खेतों को नुकसान पहुंच रहा है। इसके साथ ही मातृसदन की ओर से पत्र का जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया था। ऐसा नहीं होने पर संवैधानिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस दौरान उन्होंने सीएम धामी और पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद शह क्षेत्र में अवैध खनन का आरोप लगाया।